स्वीडन की रक्षा उत्पाद कंपनी साब (SAAB) ने हाल ही में भारत में अपने कार्ल-गुस्ताफ एम4 हथियार प्रणाली के निर्माण के लिए एक नई संयंत्र का निर्माण शुरू किया है.
यह स्वीडन के बाहर कार्ल-गुस्ताफ एम4 के लिए कंपनी की पहली विनिर्माण सुविधा होगी.
कार्ल-गुस्ताफ एम4 एक राइफल है जिसे भारतीय सेना इस्तेमाल करती है. इसका उत्पादन 2024 में शुरू होगा.
SAAB के वाइस प्रेसिडेंट गोर्गन जोहानसन के अनुसार, नई सुविधा दुनियाभर में सिस्टम के यूजर्स के लिए इसके उत्पादन के साथ-साथ घटकों का समर्थन करेगी.
SAAB भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ भी साझेदारी करेगा और सुविधा में निर्मित सिस्टम ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की आवश्यकताओं को पूरी तरह से पूरा करेगा.
यह कदम भारतीय रक्षा उत्पादन क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ मुहिम को और ताकत देगा.
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार खरीददार है. भारत ने हाल के वर्षों में अपने यहां हथियार उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया है और वह हथियारों का निर्यात बढ़ाने की कोशिश भी कर रहा है.
भारत सरकार के मुताबिक बीते पांच साल में ही देश का रक्षा निर्यात बढ़ चुका है और अब देश 75 देशों को सैन्य उपकरण और गोला-बारूद निर्यात कर रहा है.
SAAB की इस पहल से भारतीय रक्षा उत्पादन क्षेत्र को एक नई ऊर्जा मिलेगी, और यह भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.