आचार्य प्रमोद कृष्ण, जो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता थे, हाल ही में पार्टी से बाहर हो गए. उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया. यह कार्रवाई उनके खिलाफ बयानबाजी और भाजपा के नेताओं से बढ़ती नजदीकियों के चलते की गई1.
आचार्य प्रमोद कृष्ण का नाम राजनीतिक दलों में एक प्रमुख चेहरा रहा है1. उन्होंने अपने जीवन में कई बार राजनीतिक दल बदले. उनका नाम धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भी शामिल है.
आचार्य प्रमोद कृष्ण की कांग्रेस से बाहर होने की खबर ने राजनीतिक घेरों में हलचल मचा दी. उनके निष्कासन के बाद सवाल उठ रहे हैं कि अब वे किस दिशा में जाएंगे.
इस घटना के बाद आचार्य प्रमोद कृष्ण का अगला कदम क्या होगा, यह अभी निश्चित नहीं है. लेकिन यह घटना ने निश्चित रूप से राजनीतिक दलों के बीच सत्ता के खेल को और जटिल बना दिया है.