दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में तीसरी बार विश्वास प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने कहा कि BJP ने AAP के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की ऑफर दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि BJP ने शराब घोटाले की आड़ में गिरफ्तारी करके दिल्ली की सरकार गिराने की कोशिश की. उन्होंने कहा, “ये लोग दिल्ली में चुनाव जीत नहीं सकते है जनता को हम पर विश्वास है और इनका प्रयास सफल नहीं रहा। जनता को दिखाने के लिए कि हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा… मैं विश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करता हूं।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास आम आदमी पार्टी के दो विधायक आए और दोनों ने यही बात कही कि मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लेंगे. उन्होंने कहा, “हमने 21 विधायकों को मनवा लिया है। 25 करोड़ रुपये देंगे और अपनी टिकट से चुनाव लडवा देंगे। हमें पता चला कि विधायकों को इन्होंने (बीजेपी) संपर्क किया है। यह कई ऑपरेशन लोटस कर चुके हैं। हमारी जानकारी के हिसाब से सभी 21 विधायकों ने उन्हें इनकार कर दिया।
इसके बाद विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने इस पर चर्चा शनिवार के लिए स्थगित कर दी. इसके बावजूद, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली विधानसभा में फिर से बहुमत साबित कर दिया.
केजरीवाल ने कहा कि BJP ने AAP के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की ऑफर दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि BJP ने शराब घोटाले की आड़ में गिरफ्तारी करके दिल्ली की सरकार गिराने की कोशिश की. उन्होंने कहा, “ये लोग दिल्ली में चुनाव जीत नहीं सकते है जनता को हम पर विश्वास है और इनका प्रयास सफल नहीं रहा। जनता को दिखाने के लिए कि हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा… मैं विश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करता हूं।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास आम आदमी पार्टी के दो विधायक आए और दोनों ने यही बात कही कि मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लेंगे. उन्होंने कहा, “हमने 21 विधायकों को मनवा लिया है। 25 करोड़ रुपये देंगे और अपनी टिकट से चुनाव लडवा देंगे। हमें पता चला कि विधायकों को इन्होंने (बीजेपी) संपर्क किया है। यह कई ऑपरेशन लोटस कर चुके हैं। हमारी जानकारी के हिसाब से सभी 21 विधायकों ने उन्हें इनकार कर दिया।
इसके बाद विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने इस पर चर्चा शनिवार के लिए स्थगित कर दी. इसके बावजूद, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली विधानसभा में फिर से बहुमत साबित कर दिया.