सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि से माफी नामी की ओरिजिनल कॉपी मांगी है यह मामला यह है कि पतंजलि विज्ञापन कैसे में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सनी होने के बाद दो जस्टिसों की बेंच ने जिसमें जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानुल्लाह ने रामदेव और बालकृष्ण को यह निर्देश दिया,

आचार्य बालकृष्ण और रामदेव की यह पांचवीं पेशी थी, समय पर कार्रवाई न करने को लेकर कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार को भी फटकार लगाइए साथ में और साथ ही इमा प्रमुख के एक दिन पहले दिए इंटरव्यू को रिकॉर्ड करने के लिए भी कहा सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई की क्या-क्या बातें हुई

1 . कोर्ट ने ई फाइलिंग और कटिंग की इजाजत नहीं की पतंजलि को

2 . वही साथ है अगले सुनवाई के लिए आचार्य बालकृष्ण और रामदेव को उपस्थित होने की जरूरत नहीं है

वहीं दूसरी ओर बात किया जाए तो पतंजलि की दो और कंपनियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया है पतंजलि समूह की इन दो बड़ी कंपनियों में पतंजलि आयुर्वेद और पतंजलि फूड्स शामिल है यह कारण बताओ नोट इस 27.46 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स न वसूलने और जुर्माना न लगाने के मध्य नजर है.

वहीं पतंजलि के 10 प्रोडक्ट के निर्माण लाइसेंस बंद कर दिए गए हैं, ऐसा पतंजलि के भ्रामक विज्ञापनों के कारण हुआ है जिसका पतंजलि ने उल्लंघन किया था पतंजलि की जिन 10 लाइसेंसों को रद्द किया गया है उनमें शामिल है श्वासारि गोल्ड गोल्ड, श्वासारि गोल्ड वटी, दिव्य ब्रोनकॉम, श्वासारि गोल्ड प्रवी, श्वासारि गोल्ड अवलेह, मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर, लिपिडोम, बीपी ग्रिट, मधुग्रिट, मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर, लिवामृत एडवांस, लिवोग्रिट, आईग्रिट गोल्ड शामिल है.

                                              Read In English

The Supreme Court has sought an original copy of Patanjali’s apology, which is how the Patanjali advertisement came to light after the Supreme Court on Tuesday directed Ramdev and Balkrishna by Justices Hima Kohli and Amanullah,

This was the fifth appearance of Acharya Balkrishna and Ramdev, the court also reprimanded the Uttarakhand government for not taking timely action and also asked it to record the interview of the IMA chief a day earlier.

1 . Court does not allow e-filing and cutting of Patanjali

2 . Acharya Balkrishna and Ramdev do not need to be present for the next hearing

On the other hand, two companies of Patanjali have been issued causation notices to two of the major companies of Patanjali group, including Patanjali Ayurveda and Patanjali Foods, this show causation note is in view of non-charging of input tax of Rs 27.46 crore and non-imposition of penalty.

While the manufacturing licenses of 10 products of Patanjali have been discontinued, this has been due to misleading advertisements of Patanjali that were violated by Patanjali, the 10 licenses of Patanjali have been revoked, which include shwashari gold gold, shwashari gold vati, Divya broncom, shwashari gold pravi, shwashari gold avleh, Mukta vati extra power, lipidom, BP grit, madhugrit, madhunashini vati extra power, livamrit advance, livogrit, includes igrit gold.

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