एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक ने इंसानी दिमाग में चिप लगाने का पहला सफल परीक्षण किया है। इस परीक्षण में एक 23 वर्षीय व्यक्ति को चिप लगाई गई, जो लकवाग्रस्त था। चिप लगाने के बाद, व्यक्ति की रिकवरी बेहतर हुई और वह अब अपने पैरों पर चलने में सक्षम है।
न्यूरालिंक की चिप एक छोटे से सिक्के के आकार की है। यह चिप मस्तिष्क के कुछ हिस्सों को नियंत्रित कर सकती है। इस चिप को लगाने के लिए, मरीज के सिर में एक छोटी सी सर्जरी की जाती है।
न्यूरालिंक के सीईओ एलन मस्क ने कहा है कि इस परीक्षण में सफलता से कंपनी को यह पता चला है कि इंसानी दिमाग में चिप लगाना सुरक्षित और प्रभावी है। मस्क का दावा है कि इस चिप से भविष्य में लकवाग्रस्त लोगों को चलने-फिरने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, इस चिप से दृष्टिहीन लोगों को भी देखने में मदद मिल सकती है।
न्यूरालिंक की इस सफलता को लेकर वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने उत्साह व्यक्त किया है। उनका मानना है कि यह चिप भविष्य में कई तरह की बीमारियों के इलाज में मददगार हो सकती है।
क्या हैं न्यूरालिंक की चिप के फायदे?
न्यूरालिंक की चिप के कई फायदे हैं। इनमें से कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
- लकवाग्रस्त लोगों को चलने-फिरने में मदद मिल सकती है।
- दृष्टिहीन लोगों को देखने में मदद मिल सकती है।
- मानसिक बीमारियों के इलाज में मदद मिल सकती है।
- मस्तिष्क की चोटों के इलाज में मदद मिल सकती है।