अमेरिकी कंपनी इंट्यूटिव मशीन्स ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना स्पेसक्राफ्ट ओडिसियस उतारकर इतिहास रचा. यह एक निजी कंपनी द्वारा चंद्रमा पर उतारा गया पहला स्पेसक्राफ्ट है.
इसकी सफलता के बाद, अमेरिका ने चंद्रमा पर अपना मिशन 52 साल बाद फिर से शुरू किया.
भारत ने चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करके इतिहास रचा था.
भारत ने चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करके इतिहास रचा था.
इसके बाद, अमेरिका ने अपना पहला प्राइवेट स्पेसक्राफ्ट चंद्रमा के उसी छोर पर पहुंचाया.
इस प्रकार, अमेरिका भारत के बाद दूसरा देश बन गया है, जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्पेसक्राफ्ट उतारा.
इस तरह की उपलब्धियाँ अंतरिक्ष अन्वेषण के नए युग की शुरुआत को दर्शाती हैं, जहां निजी कंपनियां भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
इस तरह की उपलब्धियाँ अंतरिक्ष अन्वेषण के नए युग की शुरुआत को दर्शाती हैं, जहां निजी कंपनियां भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
इसके साथ ही, यह भारत और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष अन्वेषण में हो रही सहयोग और प्रतिस्पर्धा को भी दर्शाता है.