मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित वल्लभ भवन में एक भयंकर आग का घटनाक्रम हुआ। यह भवन मध्य प्रदेश का सचिवालय है,
जहां मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों के कार्यालय स्थित हैं। आग की लपटें तीसरी मंजिल से छठी मंजिल तक पहुंच गई थीं।
इस घटना में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए थे।
दमकल विभाग की टीम और सेना के जवानों ने मिलकर इस आग को बुझाने का काम किया। इसमें उन्हें करीब 3 घंटे का समय लगा।
फायर डिपार्टमेंट ने भोपाल हवाई अड्डे की फायर ब्रिगेड से भेजे गए विशेष फोम केमिकल स्प्रे का उपयोग करके आग को बुझाया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर संज्ञान लिया और उन्होंने मुख्य सचिव को इसकी निगरानी करने के लिए निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि उन्होंने आग को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
इस घटना के बाद एक 7 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो इस घटना की जांच करेगी।
इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए और ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए इस समिति को गठित किया गया है।
यह दूसरी बार है जब भोपाल में एक राज्य सरकार की इमारत में भयंकर आग लगी है। पिछली बार जून में सतपुरा भवन में आग लगी थी,
जिसमें मध्य प्रदेश सरकार की हजारों फ़ाइलें और संपत्ति जलकर खाक हो गई थी।
सचिवालयों जैसी जगहों पर ऐसी आग लगना कोई आम बात नहीं है
क्योकि ऐसी स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामात होते है लेकिन अब आग का कारण क्या हो सकता है ये तो जाँच के पश्चात ही मालूम पड़ेगा।