पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और लेखिका शर्मिष्ठा मुखर्जी ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व को लेकर कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नेहरू-गांधी परिवार के बाहर नेतृत्व की तलाश करनी चाहिए.

उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, “कांग्रेस या गांधी-नेहरू परिवार ने मेरे ‘पापा’ को किसी भी पद का दान नहीं किया। उन्होंने इसे कमाया और यह उनका हक था। क्या गांधी जैसे सामंतीय प्रभुओं को पीढ़ियों तक श्रद्धांजलि देने की उम्मीद की जानी चाहिए?”.

उन्होंने कांग्रेस पार्टी के वर्तमान विचारधारा को भी सवालों के घेरे में ले लिया. उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी की वर्तमान विचारधारा क्या है? क्या चुनावों से ठिक पहले शिव-भक्त बनना?”.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपनी विचारधारा को आज वास्तव में आगे बढ़ाने के बारे में आत्म-मंथन करना चाहिए. “क्या बहुसंख्यकवाद, धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता, समावेशीता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, जो कांग्रेस के केंद्र में रहे हैं, व्यावहारिक रूप से पालन की जा रही हैं.

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि वे एक “दिल से कांग्रेसी” हैं और उन्होंने अफवाहों का खंडन किया कि वे भाजपा में शामिल होने जा रही हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अभी भी राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान है.

Shares:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *