30 जनवरी 2024 को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक नक्सली हमले में तीन सीआरपीएफ जवानों की शहादत हो गई. इस हमले में 14 अन्य सुरक्षा कर्मियों को भी घायल होने का सामना करना पड़ा. घायल सुरक्षा कर्मियों में कोबरा कमांडो भी शामिल थे, जिन्हें तत्काल रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यह हमला सुकमा-बिजापुर सीमा क्षेत्र में हुआ, जहां 2021 में 23 जवानों की जान चली गई थी. इस हमले के बाद नक्सलियों ने जंगल की ओर भाग लिया.
इस हमले के समय, सुरक्षा कर्मियों का दल सुकमा जिले में गश्त कर रहा था. नक्सली कार्यवाही की जांच के लिए तेकलगुदेम, बिजापुर-सुकमा सीमा पर एक नया सुरक्षा शिविर स्थापित किया गया था. शिविर की स्थापना के बाद, माओवादियों ने कोबरा/एसटीएफ/डीआरजी बल पर जोनगुडा-अलीगुडा क्षेत्र में नक्सली कार्यवाही कर रहे थे, उन पर आग खोल दी.
इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाई है. यह हमला उन चुनौतियों को उजागर करता है जो छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को सामना करना पड़ रहा है.