हाइपरटेंशन, जिसे उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। यह तब होता है जब रक्त वाहिकाओं में रक्त का प्रवाह बहुत अधिक होता है। हाइपरटेंशन हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
युवाओं में हाइपरटेंशन
पहले हाइपरटेंशन को बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब यह युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं में हाइपरटेंशन के बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:
अस्वास्थ्यकर जीवनशैली: युवाओं में अस्वास्थ्यकर जीवनशैली का चलन बढ़ रहा है। वे कम व्यायाम करते हैं, अधिक जंक फूड खाते हैं और अधिक तनाव लेते हैं।
मोटापा: मोटापा हाइपरटेंशन का एक प्रमुख कारण है। युवाओं में मोटापे का प्रमाण बढ़ रहा है।
धूम्रपान: धूम्रपान हाइपरटेंशन का एक और प्रमुख कारण है। युवाओं में धूम्रपान का प्रमाण भी बढ़ रहा है।
युवाओं में हाइपरटेंशन
पहले हाइपरटेंशन को बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब यह युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं में हाइपरटेंशन के बढ़ने के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:
अस्वास्थ्यकर जीवनशैली: युवाओं में अस्वास्थ्यकर जीवनशैली का चलन बढ़ रहा है। वे कम व्यायाम करते हैं, अधिक जंक फूड खाते हैं और अधिक तनाव लेते हैं।
मोटापा: मोटापा हाइपरटेंशन का एक प्रमुख कारण है। युवाओं में मोटापे का प्रमाण बढ़ रहा है।
धूम्रपान: धूम्रपान हाइपरटेंशन का एक और प्रमुख कारण है। युवाओं में धूम्रपान का प्रमाण भी बढ़ रहा है।
हाइपरटेंशन का उपचार
वजन घटाना
नियमित व्यायाम करना
स्वस्थ आहार खाना
धूम्रपान छोड़ना
तनाव कम करना
30 मिनट टहलना
यदि आपको हाइपरटेंशन है, तो आपको प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट टहलना चाहिए। टहलना रक्तचाप को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक अच्छा तरीका है।
मोटापे के कारण बच्चे भी हाइपरटेंशन का शिकार हो रहे हैं। बच्चों में मोटापे के बढ़ने के कई कारण हैं,
अस्वास्थ्यकर भोजन का सेवन: बच्चे अधिक जंक फूड और शीतल पेय का सेवन करते हैं।
शारीरिक गतिविधि में कमी: बच्चे कम खेलते हैं और अधिक समय टीवी और कंप्यूटर के सामने बिताते हैं।
बच्चों में हाइपरटेंशन के कई लक्षण होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
सिरदर्द
चक्कर आना
थकान
नाक से खून आना
दौरे पड़ना
बच्चों में हाइपरटेंशन का उपचार