अनिल अंबानी से कौन नहीं वाकिफ है वह एक समय देश के नंबर वन अमीरों में शुमार हुआ करते थे लेकिन आज उनके ऊपर फिर से एक बार कर्ज का बोझ बढ़ रहा है .
वह नजर आ रहा है उनकी तीन कंपनियां बिकने के कगार पर आ गई हैं वहीं मुकेश अंबानी की बात की जाए तो वह एक के बाद एक कई सारी कंपनियों को खरीद रहे हैं या तो फिर पार्टनरशिप कर रहे हैं
वहीं पर अनिल अंबानी की तीन कंपनियां उनके हाथ से निकलती हुई नजर आ रही है इसके लिए उनको आईआरडीएआई से अनुमति की जरूरत है आईआरडीएआई इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया.
कौन खरीदे गए इन तीन कंपनियों को
खबर आ रही है कि इन तीन कंपनियों को इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड रिलायंस कैपिटल की तीन बीमा कंपनियों को खरीद सकता है ऐसा तभी संभव है जब उसे आईआरडीएआई की तरफ से अनुमति मिलेगी उसके बाद ही तीन कंपनियों को खरीद सकता है
आपको बता दे कि अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल बैंक करेंसी से गुजर रही है रिलायंस कैपिटल एक प्राइवेट फाइनेंशियल कंपनी है
IIHL रिलायंस कैपिटल को 9650 करोड रुपए में खरीदने की और उसे खरीदने के लिए 27 फरवरी को मंजूरी मिल गई थी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने मंजूरी प्रदान की थी रिलायंस कैपिटल को खरीदने के लिए परंतु इसे 90 दिन के भीतर एक खरीदना होगा लेकिन अटकल ए आईआरडीएआई की ओर से लग रही है कुछ आपत्तियों के कारण.
अनिल अंबानी की रिलायंस पर कितना कर्ज है, अनिल अंबानी के ऊपर कल ₹40000 से अधिक का कर्ज है.