सीबीडीटी (Central Board of Direct Taxes) के चेयरमैन नितिन गुप्ता ने बताया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान जब्त होने वाली नकदी की मात्रा हर चुनाव में बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा, “अगर हम विधानसभा चुनाव की बात करें तो चुनाव के दौरान जब्त होने वाली नकदी में खासा इजाफा हुआ है। पांच साल पहले चुनाव के दौरान जितनी नकदी जमा की गई थी, अब वहां चुनाव में कई गुना ज्यादा नकद जब्त हुई है।
चुनाव आयोग ने भी बीते साल नवंबर में अपने आधिकारिक बयान में बताया था कि पांच राज्यों मिजोरम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में हुए चुनाव के दौरान जब्त की गई नकदी में भारी उछाल आया है. चुनाव आयोग ने बताया था कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 1760 करोड़ रुपये से ज्यादा जब्त किए गए, जिनमें नकदी, आभूषण, नशीली दवाएं, शराब और कुछ अन्य सामान शामिल हैं.
आयोग ने बताया कि साल 2018 में इन राज्यों में चुनाव के दौरान जो जब्ती की गई, अब उससे सात गुना ज्यादा नकदी जब्त की गई है. आयोग के अनुसार, पांच राज्यों में साल 2018 के चुनाव के दौरान 239 करोड़ रुपये जब्त हुए थे. आयकर विभाग ने साल 2023 में 2018 की तुलना में दोगुनी नकदी जब्त की.
इस तरह से, विधानसभा चुनावों में धन-बल का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, और इसका प्रभाव चुनावी प्रक्रिया पर भी पड़ रहा है. आयकर विभाग इन मामलों की जांच कर रहा है, और उम्मीद है कि इससे चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सकेगा.