केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने दावा किया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को 7 दिनों के भीतर लागू कर दिया जाएगा।

ठाकुर ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम एक कानून है और इसे लागू करने के लिए किसी भी राजनीतिक दल या संगठन की अनुमति की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार इस अधिनियम को लागू करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

शाह ने भी कही थी ऐसी बात

गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिसंबर में कहा था कि नागरिकता संशोधन अधिनियम को कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा था कि यह एक कानून है और इसे लागू किया जाएगा।

CAA का विरोध

नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह अधिनियम मुस्लिम विरोधी है।

CAA क्या है?

नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 एक भारतीय अधिनियम है जो भारतीय नागरिकता के अधिनियम, 1955 को संशोधित करता है। यह अधिनियम बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए प्रदान करता है, जिनके पास 31 दिसंबर, 2014 तक इन देशों में निवास था।

CAA लागू होने के बाद क्या होगा?

CAA लागू होने के बाद, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोग भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे। यदि उनका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी।

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