हाल ही में हल्द्वानी, उत्तराखंड में हुई हिंसा ने पूरे देश को हिला दिया. इस हिंसा में उपद्रवियों ने 70 से ज्यादा वाहनों को आग लगा दिया. इसके अलावा, पुलिस थाने पर पेट्रोल बमों से हमला भी किया गया. इस हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
इस हिंसा की वजह एक अवैध मदरसे और मस्जिद को नगर निगम द्वारा तोड़ने का आदेश था1. जैसे ही बुलडोजर का एक्शन शुरू हुआ, लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद हिंसा भड़क उठी और लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
इस हिंसा के बाद हल्द्वानी की सभी दुकानें बंद कर दी गईं. कर्फ्यू लगने के बाद शहर और आसपास कक्षा 1-12 तक के सभी स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राजधानी देहरादून में उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की तथा अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिए.
इस हिंसा के बाद उत्तराखंड सरकार ने योगी मॉडल का पालन करते हुए उपद्रवियों से होगी वसूली की घोषणा की. इसके तहत, जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उनसे उनके किए गए नुकसान की वसूली की जाएगी.