शरद पवार के राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के गुट को चुनाव आयोग ने नया पार्टी प्रतीक दिया है. इस नए प्रतीक का नाम है “मन ब्लोइंग तुरहा” जो एक पारंपरिक तुरहा (ट्रम्पेट) फूंकने वाले आदमी का प्रतीक है.
यह निर्णय तब लिया गया जब चुनाव आयोग ने अजित पवार के गुट को असली NCP मानते हुए उन्हें NCP का नाम और प्रतीक दिया.
चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को अजित पवार के गुट को NCP का प्रतीक ‘वॉल क्लॉक’ दिया था, जो शरद पवार के लिए एक बड़ा झटका था. अजित पवार और शरद पवार जुलाई 2023 से एक गुटबाजी विवाद में थे,
जब महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शरद पवार के खिलाफ बगावत की और महाराष्ट्र में शासन करने वाली भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए, जिसने NCP में विभाजन का कारण बना.
बॉम्बे उच्च न्यायालय ने 21 फरवरी को अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के लिए शरद पवार के गुट के एमएलए और महाराष्ट्र स्पीकर राहुल नरवेकर को नोटिस जारी किए.
न्यायालय ने मामले की आगे की सुनवाई 14 मार्च को तय की.
अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP के मुख्य व्हिप, अनिल भैदास पाटिल, ने स्पीकर के निर्णय को चुनौती देते हुए दो याचिकाएं दायर की थीं, जिनमें उन्होंने 10 एमएलए को शरद पवार के गुट से अयोग्य ठहराने की मांग की थी.
पाटिल ने न्यायालय से यह अनुरोध किया था कि वे स्पीकर राहुल नरवेकर के हालिया आदेश को रद्द करें, उसे कानूनी रूप से दोषी घोषित करें, और सभी 10 विधायकों को अयोग्य ठहराएं.