कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाल ही में दिए गए एक बयान ने राजनीतिक घेराबंदी का माहौल बना दिया है.
उन्होंने अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान मध्य प्रदेश के शाजापुर में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि आप दिनभर मोबाइल पर रहें, जय श्रीराम बोलें और भूखे मर जाएं.
यह बयान देने के बाद से ही राहुल गांधी विवादों में घिर गए हैं.
उनके इस बयान का सीधा संदर्भ भारतीय जनता पार्टी और उसके समर्थकों के प्रति उनकी आलोचना करने के लिए था.
राहुल गांधी के इस बयान के बाद BJP के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाकर किया.
इसके जवाब में राहुल गांधी ने BJP के कार्यकर्ताओं के पास जाकर उनसे बातचीत की.
इसके अलावा, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, और महंगाई के मुद्दों पर भी चर्चा की.
उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, दूसरे नंबर पर महंगाई है और तीसरे पर भ्रष्टाचार.
राहुल गांधी के इस बयान ने भारतीय राजनीतिक परिदृश्य में एक नया अध्याय खोल दिया है,
जिसमें विभाजनकारी भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है.
राहुल गांधी ने अपने बयान को वापस लेने से इनकार किया है.