दिल्ली के किसान आंदोलन में पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए ‘साउंड कैनन’ नामक एक खास उपकरण का इस्तेमाल किया.
साउंड कैनन एक खास तरह का लाउडस्पीकर है जो काफी दूरी तक तीव्र ध्वनि उत्पन्न करता है. इसकी डेसिबल क्षमता डिवाइस से एक मीटर पर मापी गई 160 डीबी तक होती है. जबकि मनुष्यों के लिए 50-60 डीबी तक की ध्वनि सुनने की क्षमता होती है1. साउंड कैनन का इस्तेमाल भीड़ को काबू करने के लिए एक तरीके के रूप में किया जाता है.
समुद्र में समुद्री डकैती से निपटने के लिए घेराबंदी की स्थितियों में बातचीत करने में यह डिवाइस काम आती है. इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं या अन्य आपात स्थितियों के दौरान बड़े पैमाने पर सूचना के लिए और कई नौसेनाओं सहित रक्षा बलों द्वारा भी इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है.
यह डिवाइस अमेरिकी मिसाइल विध्वंसक यूएसएस कोल पर आत्मघाती हमले के बाद आम इस्तेमाल में आई1. साल 2000 में यमन में एक मिसाइल विध्वंसक पर जहाज आत्मघाती हमला किया गया था जिसमें 17 अमेरिकी नौसेना नाविक मारे गए थे और 37 घायल हुए थे. इस हमले के बाद अमेरिकी नौसेना ने साउंड कैनन डिवाइस स्थापित की.