भारतीय रेडियो की दुनिया में एक बड़ी खोजी आवाज नहीं रही। जाने-माने रेडियो प्रस्तोता अमीन सयानी का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
उन्होंने बीती रात अस्पताल में अंतिम सांस ली। हृदय गति रुकने से उनकी मौत हुई। उनके बेटे राजिल सयानी ने इसकी पुष्टि की।
अमीन सयानी को रेडियो की दुनिया में आवाज के जादूगर कहा जाता था। उनकी आवाज लोगों तक सुरीले नगमें पहुंचाती रही और तमाम देशवासियों के इमोशन्स भी उनके साथ जुड़े हुए थे।
अमीन सयानी को रेडियो की दुनिया में आवाज के जादूगर कहा जाता था। उनकी आवाज लोगों तक सुरीले नगमें पहुंचाती रही और तमाम देशवासियों के इमोशन्स भी उनके साथ जुड़े हुए थे।
उनका शो बिनाका गीतमाला काफी पॉपुलर रहा। उन्होंने रेडियो के गोल्डन एरा की आवाज को अमर कर दिया।
अमीन सयानी के निधन से एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक बार फिर सन्नाटा छा गया है।
अमीन सयानी के निधन से एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक बार फिर सन्नाटा छा गया है।
उनकी आवाज ने दशकों तक रेडियो की दुनिया को सजाया और उन्होंने अपने करियर के दौरान अनगिनत श्रोताओं के दिलों में खास जगह बनाई।
उनकी आवाज ने न केवल भारतीय संगीत को नयी पहचान दी, बल्कि उन्होंने रेडियो को भी एक नया आयाम दिया।
अमीन सयानी की कमी हमेशा महसूस होती रहेगी, लेकिन उनकी आवाज हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेगी। वे हमेशा हमारी यादों में जिंदा रहेंगे।
अमीन सयानी की कमी हमेशा महसूस होती रहेगी, लेकिन उनकी आवाज हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेगी। वे हमेशा हमारी यादों में जिंदा रहेंगे।