असम की डिब्रूगढ़ जेल में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगी एनएसए के तहत बंद हैं.
जेल के सुपरिटेंडेंट का कहना है कि इन कैदियों को उनकी मांग पर स्मार्ट टीवी और एलसीडी मुहैया कराई गई. उन्होंने कहा कि पेन ड्राइव प्ले करने को लेकर जेल रिकॉर्ड में कोई निर्देश नहीं मिला.
अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल, 2023 को डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार लाया गया था. पंजाब पुलिस ने उसे राज्य के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था.
अमृतपाल सिंह को 23 अप्रैल, 2023 को डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार लाया गया था. पंजाब पुलिस ने उसे राज्य के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था.
वारिस पंजाब दे के खिलाफ कार्रवाई के दौरान अमृतपाल के सहयोगियों को भी इसी जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था.
जेल के सुपरिटेंडेंट ने बताया, “हिरासत के समय इन बंदियों को पेन ड्राइव चलाने के लिए कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं दिया गया, लेकिन 15 मई 2023 के बाद बंदियों ने जेल प्राधिकरण के माध्यम से दो एलसीडी टीवी खरीदे थे.
जेल के सुपरिटेंडेंट ने बताया, “हिरासत के समय इन बंदियों को पेन ड्राइव चलाने के लिए कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं दिया गया, लेकिन 15 मई 2023 के बाद बंदियों ने जेल प्राधिकरण के माध्यम से दो एलसीडी टीवी खरीदे थे.
इसी तरह जेल प्राधिकरण द्वारा कोई स्मार्ट टीवी भी उपलब्ध नहीं कराया गया था. हालांकि इन बंदियों द्वारा 13 अक्टूबर, 2023 को जेल प्राधिकरण की मदद से एक स्मार्ट टीवी खरीदा गया था, जो उन्हें प्रदान किया गया था.
यह भी कहा गया है कि हिरासत में लिए गए अमृतपाल सिंह, भगवान सिंह, बसंत सिंह और गुरुमीत सिंह गिल उर्फ गुरमीत सिंह बुक्कनवाला को अलग-अलग पेन ड्राइव प्राप्त हुई थी.
यह भी कहा गया है कि हिरासत में लिए गए अमृतपाल सिंह, भगवान सिंह, बसंत सिंह और गुरुमीत सिंह गिल उर्फ गुरमीत सिंह बुक्कनवाला को अलग-अलग पेन ड्राइव प्राप्त हुई थी.
रिपोर्ट में कहा गया है, “जेल रिकॉर्ड में बंदियों के सामने पेन ड्राइव चलाने के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है.