दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर आज सुबह भारी यातायात जाम देखने को मिला, क्योंकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों ने प्रदर्शन किया. उत्तर प्रदेश के किसानों ने संसद की ओर मार्च करने का ऐलान किया था.
किसानों ने अभी तक अपने मार्च के लिए मार्ग तय करने का फैसला नहीं किया है, चाहे वह नोएडा एक्सप्रेसवे, चिल्ला बॉर्डर, या DND फ्लाईवे के माध्यम से हो.
इस प्रदर्शन के बीच, दिल्ली-नोएडा और चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है. इसके अलावा, हरियाणा पुलिस ने शाम्भू बॉर्डर को मजबूत करने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं.
सम्युक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने घोषणा की थी कि किसान 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे. उनकी मुख्य मांग है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाया जाए.
इस प्रदर्शन में देश भर के 200 से अधिक किसान संघ शामिल होंगे. इसके अलावा, किसान मांग कर रहे हैं कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए, किसानों और कृषि श्रमिकों के लिए पेंशन, किसानों के लिए कर्ज माफी, लंबित पुलिस मामलों की वापसी, और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय.