भारत सरकार के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक जीत हुई है, जिसमें कतर ने 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा कर दिया है, जिन्हें जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी1234.
इन 8 भारतीयों को अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था, और उन्हें कतर की एक अदालत ने अक्टूबर में मौत की सजा सुनाई थी. ये सभी भारतीय नागरिक दहारा ग्लोबल कंपनी में काम करते थे. इन पर लगे आरोपों को कतर के अधिकारियों ने सार्वजनिक नहीं किया था.
इसके बाद कतर के अमीर के हस्तक्षेप के बाद, इन सभी 8 भारतीयों की मौत की सजा को कम कर दिया गया था और उन्हें अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा में तबदील कर दिया गया था. इसके बाद एक अपील के बाद मौत की सजा को बदल कर 5 से 25 साल तक की क़ैद की सजा दी गई थी.
इस बीच, दूसरी अपील पर सुनवाई चल रही थी, लेकिन कतर के अमीर के आदेश पर इन सभी 8 भारतीयों को रिहा कर दिया गया. इनमें से 7 भारतीय वापस भारत लौट चुके हैं.
भारत सरकार ने कतर के अमीर के इस फैसले का स्वागत किया है. यह घटना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है, जिसने दिखाया कि भारत सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति कितनी समर्पित है.