सीबीआई ने एक स्वयंभू जांचकर्ता, यूट्यूबर दीप्ति के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत के संबंध में यूट्यूब पर एक वीडियो में अपने दावों का समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित गणमान्य व्यक्तियों के ‘फर्जी’ पत्र पेश किए.
दीप्ति ने श्रीदेवी की मौत के संबंध में एक साक्षात्कार में अपनी ‘जांच’ के आधार पर ‘दोनों सरकारों के बीच लीपापोती’ सहित सनसनीखेज दावे किए. इसके बाद, सीबीआई ने दो दिसंबर को भुवनेश्वर में उनके आवास पर तलाशी ली थी, जिसमें फोन और लैपटॉप सहित डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे.
एक विशेष अदालत को सौंपी गई सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जांच से पता चला कि यूट्यूब पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संबंधित उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेज़ ‘जाली’ थे.
एजेंसी ने पिन्नीति और कामथ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की 120-बी (आपराधिक साजिश), 465, 469 और 471 सहित संबंधित धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है.
यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से सीबीआई को भेजा गया था. मुंबई की वकील चांदनी शाह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कई दस्तावेज पेश किए, जिनमें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के पत्र, उच्चतम न्यायालय से संबंधित दस्तावेज और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के रिकॉर्ड शामिल हैं, जो जाली प्रतीत होते हैं.